Hindi diwas jankari in hindi – हेलो दोस्तो आप सब जानते ही होंगे की हम hindi diwas क्यों मनाते हैं क्योकि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, इस लिए 14 सितंबर को हम hindi diwas के रूप में मनाते हैं।
तो चलो दोस्तों इस आर्टिकल को शुरू करते हैं, और इस आर्टिकल में हम आपको Hindi diwas jankari in hindi के बारे में सभी जानकारी प्रदान करने की कोशिश करेंगे और आपको इस आर्टिकल पढ़ते ही पूरा समझ में आ जाएगा कि हम hindi diwas को इतना महत्व क्यों देते हैं? तो चलो इस पोस्ट को शुरू करते हैं।
दोस्तों हम Hindi diwas प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को मनाया जाता है। पहली बार 1953 में हिन्दी दिवस मनाया गया था। 14 सितंबर 1949 में सबसे पहले हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला था। संविधान सभा ने देवनागरी लिपी में लिखी हिंदी को अंग्रजों के साथ राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया था।
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hindi diwas jankari in hindi
हिंदी भाषा को विश्व की सबसे प्राचीन भाषा माना जाता है। इस भाषा का इतिहास करीब एक हजार साल पुराना माना गया है। कई विद्वानों का मानना है कि शुरूआत में हिंदी शब्द का प्रयोग विदेशी मुस्लिमों ने किया था। इस शब्द से उनका मतलब भारतीय भाषा से था। हर साल 14 सितंबर को ‘हिंदी दिवस’ (Hindi Diwas 2021) मनाया जाता है।
आज भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में हिंदी भाषा बोली जाती है। कई रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐसा माना गया है कि हिंदी दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली तीसरी लैंग्वेज है।
इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) सहित राजनीति और अन्य क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियों ने देशवासियों को ‘हिंदी दिवस’ की बधाई दी है।
इस वजह से मनाते हैं ‘हिंदी दिवस’- Hindi diwas jankari in hindi
इस दिवस को मनाने के पीछे इस भाषा का पिछड़ापन भी एक बड़ी वजह है। कई वर्षों तक अंग्रेजों के गुलाम रह चुके हमारे देश में हिंदी भी गुलाम रही थी। हिंदी बोलने वालों को पिछड़ा और अंग्रेजी बोलने वालों को सम्मान भरी नजरों से देखा जाता था, हालांकि हिंदी आज भी इस स्थिति से लड़ रही है।
hindi diwas kab manaya jata hai
अंग्रेजी भाषा के बढ़ते चलन और हिंदी की अनदेखी को रोकने के लिए हर साल 14 सितंबर को देशभर में हिंदी दिवस मनाया जाता है।आजादी मिलने के दो साल बाद 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में एक मत से हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया था और इसके बाद से हर साल 14 सितंबर को Hindi diwas के रूप में मनाया जाने लगा।
दरअसल 14 सितम्बर 1949 को हिन्दी के पुरोधा व्यौहार राजेन्द्र सिंहा का 50-वां जन्मदिन था, जिन्होंने हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए बहुत लंबा संघर्ष किया ।
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद हिन्दी को राष्ट्रभाषा के रूप में स्थापित करवाने के लिए काका कालेलकर, मैथिलीशरण गुप्त, हजारीप्रसाद द्विवेदी, महादेवी वर्मा, सेठ गोविन्ददास आदि साहित्यकारों को साथ लेकर व्यौहार राजेन्द्र सिंहा ने अथक प्रयास किए। इसके चलते उन्होंने दक्षिण भारत की कई यात्राएं भी कीं और लोगों को मनाया ।
लेकिन आज के समय में हिंदी भाषा लोगों के बीच से कहीं-न-कहीं गायब होती जा रही है और इंग्लिश ने अपना प्रभुत्व जमा लिया है। यदि हालात यही रहे तो वो दिन दूर नहीं जब हिंदी भाषा हमारे बीच से गायब हो जाएगी।
हमें यदि हिंदी भाषा को संजोए रखना है तो इसके प्रचार-प्रसार को बढ़ाना होगा। सरकारी कामकाज में हिंदी को प्राथमिकता देनी होगी। तभी हिंदी भाषा को जिंदा रखा जा सकता है।
Hindi diwasपर स्कूल-कॉलेजों में होते हैं कार्यक्रम
‘Hindi diwas’ मनाए जाने की एक वजह यह भी थी कि लोगों को याद रहे कि यह हमारी राजभाषा है। हिंदी का प्रचार-प्रसार करना, इसके बल पर इस भाषा का विकास करना और राजभाषा का सम्मान करना हर भारतीय का कर्तव्य है।
इस दिन स्कूल, कॉलेजों में तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। सरकारी दफ्तरों में भी ‘हिंदी दिवस’ मनाया जाता है। हिंदी के विकास को लेकर दफ्तरों में प्रतिबद्ध अधीनस्थों को सम्मानित किया जाता है।
हिन्दी भाषा से जुड़ी दिलचस्प बातें – Hindi diwas jankari in hindi
- हिंदी मंदारिन, स्पैनिश, इंग्लिश के बाद विश्व की चौथी सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है।
- हिंदी विश्व के तीस से अधिक देशों में पढ़ी-पढ़ाई जाती है, लगभग 100 विश्वविद्यालयों में उसके लिए अध्यापन केंद्र खुले हुए हैं। अमेरिका में लगभग एक सौ पचास से ज्यादा शैक्षणिक संस्थानों में हिंदी का पठन-पाठन हो रहा है।
- इजरायल के रोंडन नामक व्यक्ति ने दुनियाभर की भाषाओं के सही उच्चारण के लिए एक ऑनलाइन मंच ‘फोरवो’ तैयार किया। इसके मुताबिक उच्चारण को सुनकर अपनी गलतियों को ठीक किया जा सकता है। 2008 में शुरू हुई इस वेबसाइट में भारतीय शब्दों की धूम है। अब तक 14,741 हिंदी शब्दों को इसमें शामिल किया जा चुका है। इनमें स्त्री, ओम, किरण और रायता जैसे शब्द हैं।
- 1977 में पहली बार तत्कालीन विदेश मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी में संयुक्त राष्ट्र की आम सभा को संबोधित किया था।
- हिंदी में उच्चतर शोध के लिए भारत सरकार ने 1963 में केंद्रीय हिंदी संस्थान की स्थापना की। देश भर में इसके आठ केंद्र हैं।
- इंटरनेट पर हिन्दी के प्रसार तेजी से हो रहा है। 2016 में डिजिटल माध्यम में हिन्दी समाचार पढ़ने वालों की संख्या 5.5 करोड़ थी, जो 2021 में बढ़कर 14.4 करोड़ होने का अनुमान है।
- इंटरनेट के प्रसार से किसी को अगर सबसे ज्यायदा फायदा हुआ है तो वह हिन्दीप है। 1997 में हुए एक सर्वेक्षण में पाया गया था कि भारत में 66 फीसदी लोग हिंदी बोलते हैं, जबकि 77 प्रतिशत इसे समझ लेते हैं। डिजिटल माध्यम में 2016 र्में हिंदी समाचार पढ़ने वालों की संख्या 5.5 करोड़ थी, जो 2021 में बढ़कर 14.4 करोड़ होने का अनुमान है।
- .1805 में लल्लूलाल द्वारा लिखी गई पुस्तक प्रेम सागर को हिंदी की पहली किताब माना जाता है। इसका प्रकाशन फोर्ट विलियम कोलकाता ने किया था।
- सन 1900 में सरस्वती में प्रकाशित किशोरीलाल गोस्वामी की कहानी इंदुमती को पहली हिंदी कहानी माना जाता है।
- .1913 में दादा साहेब फाल्के ने ‘राजा हरिश्चंद्र’ का निर्माण किया, जिसे पहर्ली हिंदी फीचर फिल्म कहा जाता है।
- सन 1796 में पहली बार कोलकाता में टाइप आधारित पहली हिंदी की पुस्तक का प्रकाशन हुआ। यही हिंदी व्याकरण की पुस्तक थी। 1826 में हिंदी के पहले समाचार पत्र (साप्ताहिक) उदंत मार्तंड का प्रकाशन कोलकाता से शुरू हुआ।
- पहली बोलती हुर्ई हिंदी फिल्म आलम आरा का प्रदर्शन 14 मार्च 1931 को हुआ। इस फिल्म के निर्देशक अर्देशिर ईरानी थे।
Hindi diwas jankari in hindi – FAQ
How do you celebrate Hindi Day?
When is Hindi Day celebrated?
Why should Hindi Day be celebrated?
तो दोस्तों इस आर्टिकल को पठते ही आपको Hindi diwas के बारे में पूरी जानकारी मिल गए होगे यदि आप Hindi diwas jankari in hindi की जानकारी के बारे में कोई भी सलाह या सुझाव हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं।
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